मिथक 1. डेयरी उत्पादों का प्रयोग करने से वजन बढ़ता है।
तथ्यः हमारा वजन तब बढ़ता है, जब हम ली गई कैलोरी के बराबर एनर्जी खर्च नहीं करते। शोधों से साबित हुआ है कि कम वसा वाले डेयरी उत्पाद वजन घटाने में मदद करते हैं।
मिथक 2. दूध से दमा होता है।
तथ्यः हालांकि दूध से एलर्जी रखने वाले बच्चों में भविष्य में दमा की संभावना ज्यादा रहती है, लेकिन फिर भी इसका कहीं वैज्ञानिक आधार नहीं है कि डेयरी उत्पाद का प्रयोग करने से दमा हता है।
मिथक 3. डेयरी फूड से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
तथ्यः जिस खाने में वसा की ज्यादा मात्रा होती है, उससे दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, लेकिन डेयरी फूड से ऐसा होने के प्रमाण नहीं हैं। कुछ समय पहले शोध से यह भी साबित हुआ है कि ज्यादा वसा का भी दिल की बीमारी से संबंध नहीं है, लेकिन फिर भी जिन लोगों को दिल की शिकायत है, वे डेयरी से कम वसा वाले फूड का चयन कर सकते हैं।
मिथक 4. अगर आप कैल्शियम वाले आहार लेते हैं तो आपको दूध की जरूरत नहीं है।
तथ्यः दूध से हमें केवल कैलश्यिम ही नहीं बल्कि प्रोटीन, विटामिन-ए, विटामिन-डी, विटामिन-बी12 और मैग्निशियम जैसे तत्व भी मिलते हैं, इसलिए कैल्शियम वाले आहार दूध का विकल्प नहीं हैं।
मिथक 5. दूध पीने से गुर्दे में पथरी हो सकती है।
तथ्यः दरअसल दूध तो पथरी बनने से रोकता है। इसमें पाया जाने वाला कैल्शियम ऑक्सेलेट का निर्माण कर स्टोन बनने के खतरे को कम करता है।
मिथक 6. पनीर और उच्च वसा वाले डेयरी फूड से मुहांसे हो जाते हैं।
तथ्यः विज्ञान में ऐसे प्रमाण कहीं नहीं मिले हैं कि पनीर और उच्च वसा वाले डेयरी फूड का मुहांसों से कोई संबंध है। दूध तो विटामिन-ए और विटामिन-डी का स्त्रोत है, जो त्वचा को खूबसूरत बनाए रखने में सहायक है।
Sunita Patel Ajmera
Kutumbh Care Imperial Hospital, Shastri Nagar, Jaipur
Sunita Patel Ajmera
(Dietician / Nutritionist)
Food & Nutrition Department
+91-9351145050, 7568537996
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