Monday 9 December 2019

थायराइड नहीं है लाईलाज

1. अश्वगंधा - यह थायराइड ग्रंथी से निकलने वाले हार्मोन्स को संतुलित करता है क्योंकि यह एंटीआक्सीडेंट्स से भरपूर होता है। साथ ही यह हमानी प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है।

2. साबुत धनियाँ - दो चम्मच साबुत धनिये को रातभर दो गिलास पानी में भिगोकर, सुबह इसे पानी समेत कम आंच पर उबालें और आधा गिलास रह जाने पर इस पानी को छानकर गुनगुना करके पीएं।

3. प्याज की मालिश - सोने से पहले प्याज को दो टूकडों में काटकर थायराइड ग्रंथि के आस-पास घडी की दिशा में मालिश करें और गर्दन को धोने की बजाए रातभर के लिए ऐसे ही छोड दें।

4. गेहूं और ज्वार - यह साइनसए उच्च रक्तचाप और खून की कमी जैसी समस्याओं को भी प्रभावी रूप से कम करता है।

5. हल्दी वाला दूध - रोजाना हल्दी वाला दूध पीने से थायराइड नियंत्रण में रहता है। भूनी हुई हल्दी भी खाई जा सकती हैं।

6. अलसी - अलसी में ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में होता है जिसके कारण थायराइड ग्रंथि सही तरीके से काम करती है। हाइपोथायरायडिज्म के रोगियों को अलसी का सेवन जरूर करना चाहिए।

7. मुलेठी - मुलेठी के पाउडर एवं इसके पानी को पीने से थायराइड से होने वाली कमजोरी और थकान दूर हो जाती है। मुलेठी में ट्रीटरपेनोइड ग्लाइसेरीथेनिक एसिड भी होता है जो ना केवल थायराइड की कैंसर कोशिकाओं को खत्म करता है बल्कि उन्हें बनने से भी रोकता है।

सावधानियां

1. बहुत ज्यादा ठंडे एवं खुष्क पदार्थो का सेवन नहीं करना चाहिए।
2. नियमित रूप से योगा एवं घूमना चाहिए, साथ ही तनाव से दूर रहना चाहिए।
3. पालक, शकरकंदी, बंदगोभी, फूलगोभी, मूली, शलजम, मक्का, सोया, रेड-मीट तथा कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए।
4. बहुत ज्यादा मिर्च, मसालेदार, तैलीय तथा खट्टे पदार्थों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
5. गेहूं, जौ, चने एवं दाल का आटा मिलाकर सेवन करना चाहिए।
6. जो खाद्य पदार्थ मुश्किल से पचते हैं, उनका सेवन कम से कम करना चाहिए।
7. रिफाइनड तेल, नमक, मैदा व चीनी का प्रयोग बहुत ही सीमित मात्रा में करना चाहिए।

Sunita Patel Ajmera
(Dietician / Nutritionist)
Food & Nutrition Department
Imperial Hospital & Research Centre, Shastri Nagar, Jaipur
+91-9351145050, 7568537996
https://www.imperialhospitalindia.com 

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