Wednesday 18 September 2019

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढाने के घरेलू तरीके

1. बादाम: रोजाना 8-10 बादाम भिगोकर खाने से न केवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है, बल्कि इससे दिमाग को तनाव से लडने की शक्ति भी मिलती है। विटामिन-ई शरीर में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले नैचुरल किलर कोशिकाओं को बढाने में मदद करता है, जो विषाणुओं और कैंसरयुक्त कोशिकाओं को नष्ट करने में सहायक होती हैं। बादाम शरीर में बी-टाइप की कोशिकाओं की संख्या बढाने का भी काम करता है। ये कोशिकाएं एंटीबॉडीज का निर्माण करती हैं, जो शरीर में मौजूद नुकसानदेह बैक्टीरिया को नष्ट करने में सहायक होता है। बादाम में पाया जाने वाला विटमिन-ई त्वचा को स्वस्थ बनाने के साथ झुर्रियां पडने की प्रक्रिया को भी धीमा कर देता है। साथ ही यह शरीर को कार्डियो-वैस्कुलर (हृदय और मांसपेशियों से संबंधित) बीमारियों से भी बचाता है।

2. संतरा: संतरा, नींबू, अनानास और चकोतरा जैसे खट्टे फलों में विटमिन-सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो हर तरह के संक्रमण से लडने वाली श्वेत रक्त-कोशिकाओं का निर्माण करने में सहायक होता है। इनके सेवन से बनने वाली एंटीबॉडीज कोशिकाओं की सतह पर एकआवरण बना देती हैं, जो शरीर के भीतर वायरस आने नहीं देता। इनमें मौजूद विटामिन-सी शरीर में एडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढाता है, जिससे कार्डियो वैस्कुलर बीमारियों से बचाव होता है और ब्लड-प्रेशर नियंत्रित रहता है। यह हृदय की धमनियों में वसा जमने की प्रक्रिया को धीमी कर देता है। चकोतरा में भी फ्लैवोनॉयड नामक नैचुरल केमिकल कम्‍पाउंड मौजूद होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को सक्रिय करता है। इसलिए अपने रोजाना के भोजन में किसी न किसी खट्टे फल को जरूर शामिल करें।

3. लहसुन: लहसुन काफी मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट बनाकर हमारे इम्यून सिस्टम को बीमारियों से लडने की शक्ति देता है। इसमें एलिसिन नामक ऐसा तत्व पाया जाता है, जो शरीर को इन्फेक्शन और बैक्टीरिया से लडने की शक्ति देता है। प्रतिदिन भोजन में लहसुन का इस्तेमाल करने से पेट के अल्सर और कैंसर से बचाव होता है। रोजाना सुबह लहसुन की दो कलियों का सेवन हाई-ब्लडप्रेशर को नियंत्रित रखता है और इससे लंबे समय तक शरीर का इम्यून सिस्टम भी मजबूत बना रहता है।

4. पालक: पौष्टिक तत्वों से भरपूर इस पत्तेदार सब्जी को सुपर फूड के नाम से जाना जाता है। इसमें फोलेट नामक ऐसा तत्व पाया जाता है, जो शरीर में नई कोशिकाएं बनाने के साथ उन कोशिकाओं में मौजूद डीएनए की मरम्मत का भी काम करता है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर, आयरन, एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व और विटामिन-सी शरीर को हर तरह से स्वस्थ बनाए रखते हैं। उबले पालक के सेवन से पाचन तंत्र सही ढंग से काम करता है और कब्ज की समस्या दूर हो जाती है।

5. मशरूम: शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता की मजबूती के लिए सदियों से पूरी दुनिया में मशरूम का सेवन किया जाता रहा है। यह श्वेत रक्त कोशिकाओं को सक्रिय करने में सहायक होता है। इसमें सेलेनियम नामक मिनरल, एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व विटमिन-बी, रिबोफ्लैविन और नाइसिन नामक तत्व पाए जाते हैं। इनके कारण मशरूम में एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ट्यूमर तत्व पाए जाते हैं। शिटाके, मिटाके और रेशी नामक मशरूम की प्रजातियों में शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाले तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। यदि प्रतिदिन 30 ग्राम मशरूम का सेवन किया जाए तो इससे इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहता है। सैलेड, सूप और पास्ता के साथ इसका बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है।

6. ब्रॉक्ली: ब्रॉक्ली में विटामिन-ए और सी के अलावा ग्लूटाथियोन नामक एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने वाली ऐसी सब्जी है, जिसे आप रोजमर्रा के भोजन में आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें थोडे से पीनर के साथ स्टीम्ड ब्रोकली मिलाकर स्वादिष्ट सैलड तैयार किया जा सकता है, जिसके सेवन से शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम भी मिल जाता है।

Sunita Patel Ajmera
(Dietician / Nutritionist)
Food & Nutrition Department
Kutumbh Care Imperial Hospital, Shastri Nagar, Jaipur
+91-9351145050, 7568537996
https://www.imperialhospitalindia.com 

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