(रोज़ जिम जाना, योगा व व्यायाम करना, संतुलित आहार लेना, यह सब करने के बावजूद भी अगर आपका वज़न बढ़ रहा है तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। फिजीशियन व डायटीशियन मानते हैं कि इसका कारण आपकी खराब लाईफ-स्टाईल है। आइये जाने इसके लिये आप क्या कर सकते है : )
1. Orthorexia : Eating-Disorder is also called Orthorexia. To lose the weight, you plan your diet yourself, which actually increase your weight. Nutritionist says that instead of extracting the diet chart from the Internet, go to the Dietician and make the Dietician plan your diet. There are so many factors to be manipulated to plan the correct diet.
(आथोरेक्सिया : इटिंग-डिसआर्डर को ऑथोरेक्सिया भी कहा जाता है। वज़न घटाने के चक्कर में अधिकतर लोग अपने अधूरे ज्ञान से खूद ही अपनी डाइट प्लान कर लेते हैं। नतीजन वह डाइट आपका वजन बढ़ा देती है। न्यूट्रीश्निस्ट कहते हैं कि इनटरनेट से डाईट-चार्ट कॉपी-पेस्ट करने की बजाय डाइटीशियन के पास जायें और अपनी जरूरतों के हिसाब से डाईट प्लान करवायें, क्योंकि सही डाईट-प्लान करने के लिए कई कारक होते हैं जिनकी गणना की जानी चाहिए।)
2. Not Having Silent Sleep : Sometimes people get asleep late night and rise late in the morning. Even if you are sleeping for eight or nine hours, but at what time? really matters a lot. Sleeping late at night, getting-up late in the morning, not having enough sleep all are one of the reasons having overweight. Sleep-cycle is essential to occur properly. For this, it is better to sleep early in the night and to rise early in the morning.
(गहरी नींद नहीं ले पाना : कई बार लोगों का वज़न गलत वक्त पर सोने और गलत वक्त पर उठने से भी बढ़ता है। यानी आप आठ या नौ घंटे की तो नींद ले रहे हैं, लेकिन उसका समय क्या है? अगर आप देर रात सोते हैं, सुबह लेट उठते हैं, तो भी वज़न पर असर पढ़ता है, और अगर कम सोते है, तो भी। नीद्रा-चक्र का सही तरह से चलना बहुत जरूरी है। इसके लिये रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना ही ठीक है।)
(गहरी नींद नहीं ले पाना : कई बार लोगों का वज़न गलत वक्त पर सोने और गलत वक्त पर उठने से भी बढ़ता है। यानी आप आठ या नौ घंटे की तो नींद ले रहे हैं, लेकिन उसका समय क्या है? अगर आप देर रात सोते हैं, सुबह लेट उठते हैं, तो भी वज़न पर असर पढ़ता है, और अगर कम सोते है, तो भी। नीद्रा-चक्र का सही तरह से चलना बहुत जरूरी है। इसके लिये रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना ही ठीक है।)
3. Non-Active Life
(एक्टिव लाईफ न होना : सुबह जिम से वापस आने के बाद ज्यादातर लोग बहुत देर तक आराम फरमाते हैं, जैसे बहुत देर तक टीवी देखना, एक जगह बैठकर किताब / अखबार पढना और फिर भूख लगने पर कुछ ज्यादा खा लेते हैं। इसलिये उनका वज़न कन्ट्रोल नहीं हो पाता है। जिम के अलावा दिनभर एक्टिव रहें, जैसे लिफ्ट की जगह सीढ़ियाँ इस्तेमाल करें। रसोई में स्नैक्स की जगह पर फल रखें।)
4. Depression And Stress
(डिप्रेशन और स्ट्रेस : डिप्रेशन या मेंटल स्ट्रेस होने से या तो वजन बढ़ता है या घटता है। एक स्टडी के अनुसार मोटापे का एक कारण डिपे्रशन भी होता है। आप तनाव में है तो इसका असर आपके खाने पर पडता है। साथ ही इसका प्रभाव नींद व वज़न पर भी होता है। इससे बचने के लिये योगा, मेडिटेशन के साथ मधुर संगीत की मदद ले सकते हैं।)
5. Get Rid Of Bad Eating Habits
(खान-पान की बुरी आदतों से छुटकारा : अगर आपको गलत चीज़ें खाने की आदत है, जैसे स्मोक करना, बहुत चॉकलेट खाना, शराब पीना आदि, तो इन्हें छोड़कर ही आप वजन नियंत्रित कर सकते हैं। कई बार बुरी आदतों को छोड़ने के चक्कर में भी वज़न बढ़ जाता है, क्योंकि जब इन चीज़ों को खाने की तलब उठती है तो आप अक्सर दूसरी खाने की चीज़ों की तरफ कदम बढ़ाते हैं, जैसे स्नैक्स, स्वीट्स आदि, जो कि फिर से आपके वज़न को बढ़ाते हैं। इस स्थिति मेें फ्राइड, आईली या जंक फूड लेने की जगह ज्यूस, छाछ, नींबू-पानी जैसे विकल्पों का चयन करें, जिससे आपका वज़न नहीं बढेगा।)
Sunita Patel Ajmera
Food & Nutrition Department
+91-9351145050, 7568537996
No comments:
Post a Comment