Thursday, 23 January 2020

काले नमक का स्वाद

1. मजबूत हड्डियां - काले नमक में उपस्थित पोषण हड्डियों के लिए आवश्यक खनिज पदार्थों की कमी को पूरा करता है जिससे हमारी हड्डियों को मजबूती मिलती है।

2. नींद - काले नमक के पानी में उपस्थित पोषण कार्टिसॉल और एड्रनलाईन जैसे तनाव बढाने वाले हार्मोन्स् के प्रभाव को कम करते हैं जिससे नींद काफी अच्छी आती है।

3. दमकती त्वचा - काले नमक के पानी में उपस्थित क्रोमियम और सल्फर हमारी त्वचा को साफ और कोमल बनाता है और मुंहासे, रैशेज की समस्या भी नहीं रहती है।

4. एंटीबैक्टीरियल गुण - काले नमक के पानी में स्वास्थ्यवर्धक खनिज पदार्थ होने के कारण यह एक बेहतरीन एंटीबैक्टीरियल का काम करता है जो हमारे शरीर को कई तरह के रोगों से बचाएं रखता है।

5. पाचन - काला नमक हमारे पेट में मौजूद प्राकृतिक नमक, हाइड्रोक्लोरिक एसिड और प्रोटीन को पचाने वाले इंजाइम्स को सक्रिय करके हमारे पाचन तंत्र को और अधिक मजबूत बनाता है।

6. मोटापा - काले नमक का पानी पाचन को ठीक करके हमारे शरीर की वसा को घटाने की प्रक्रिया को तेज करता है जिसके कारण हमारा मोटापा तेजी से घटने लगता है।

7. गले की खराश - काले नमक के पानी में उपस्थित पोषण गले की खराश को दूर करता है और गले में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को भी खत्म करता है।

Sunita Patel Ajmera
(Dietician / Nutritionist)
Food & Nutrition Department
Imperial Hospital & Research Centre, Shastri Nagar, Jaipur
+91-9351145050, 7568537996
https://www.imperialhospitalindia.com 

Wednesday, 8 January 2020

दोबारा गर्म ना करें खाना

चाय - चाय में टैनिक एसिड होता है जो हमारे शरीर में टॉक्सिन्स की मात्रा बढ़ाते हैं। इसलिए चाय को दोबारा गर्म करके पीने पर एसिड की मात्रा बढ़ेगी और लिवर की समस्या हो सकती है।

पालक - पालक में नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती है। इसे दोबारा गर्म करके खाने पर यह नाइट्रेटए कार्सिनोजेनिक में बदल जाता है जिससे टॉक्सिन्स पैदा होने लगता हैं।

मांस - मांस में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जिसे दोबारा गर्म करके खाने से उसमें उपस्थित प्रोटीन का कम्पोज़िशन बदल जाता है जिससे इनडाइजेशन की समस्या हो जाती है।

अंडे - अंडे में प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा अधिक होती है जिसे दोबारा गर्म करके खाने से टॉक्सिन्स पैदा होने लगते हैं जिससे इनडाइजेशन की संभावना बढ़ती है। 

आलू - आलू गर्म करने के बाद ठंडा करने के दौरान उसमें बोलिज्म बैक्टीरिया पैदा हाने लगते हैं। आलू को दोबारा गर्म करके खाने पर उसमें बैक्टीरिया की संख्या बढ़ने लगती है जिससे फूड पाॅइज्निंग हो सकती है।

खाद्य तेल - खाद्य तेलों में एल्डिहाइड्स होता है जिसे दोबारा गर्म करने पर इसमें टॉक्सिन्स पैदा होने लगते हैं जिससे कैंसर की संभावना बढ़ती है।

चावल - चावल को पकाने पर उसमें बेसिलस सेरियस बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं। इसे दोबारा गर्म करके खाने से चावल में मौजूद इस बैक्टीरिया की संख्या दोगुनी हो जाती है जिससे डायरिया हो सकता है।

चुकदर - चुकदर में नाइट्रेट्स की मात्रा अधिक होती है जिसे दोबारा गर्म करके खाने पर हमारे शरीर में टॉक्सिन्स की मात्रा बढ़ने लगती है।

मशरूम - इसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है जिसे दोबारा गर्म करके खाने से उसमें मौजूद प्रोटीन का कंपोजिशन बदल जाता है जिसके कारण इनडाइजेशन और हृदय रोगों की समस्या बढेगी।                                                                                                                                                                                                   
Sunita Patel Ajmera
(Dietician / Nutritionist)
Food & Nutrition Department
Imperial Hospital & Research Centre, Shastri Nagar, Jaipur
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