Thursday 24 October 2019

शरीर में घुलता धीमा ज़हर

प्रतिदिन जाने-अनजाने हम कुछ-ना-कुछ ऐसा खा रहे हैं जो हमारे शरीर में धीमे ज़हर के रूप में घुलता जा रहा है और किसी-न-किसी तरह से हमारे शरीर को नुकसान पहुँचा रहे हैं। धीरे-धीरे जब इस तरह के आहार की मात्रा बढ़ती है तो वह कई बीमारियों को बढ़ावा देती है, इसलिए इस तरह के आहार को कम खाएँ या बिलकुल छोड़ दें। तो आइए जानते हैं किस तरह के आहार हैं जो हमारे लिए धीमा ज़हर हैं-

1. शक्‍कर- आधुनिक आहार में चीनी सबसे खतरनाक घटक है जो कि पोषण तत्वों-रहित कैलोरी प्रदान करती है और लंबे समय तक इसका सेवन करते रहने से हमारे मेटाबोलिज्‍म को नुकसान पहुँचता है। ज्‍यादा शक्‍कर खाने से मोटापा, मधुमेह टाइप-2, थकान, माइग्रेन, अस्थमा, हृदय रोग और रिकंल्स होते हैं। अमेरिकन हृदय एसोसिएशन के अनुसार पुरूषों द्वारा एक दिन में शक्कर से ग्रहण की जा सकने वाली कैलोरी का मानक स्तर अधिकतम 150 कैलोरी और स्त्रियों के लिए 100 कैलोरी होना चाहिए।

2. नमक- नमक एक खनिज है जो सामान्य रूप से जीवन के लिए आवश्यक है और मुख्य रूप से सोड़ियम क्लोराइड़ से बना होता है। जिस प्रकार शरीर को उचित कार्य के लिए सोड़ियम की सही मात्रा की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार बहुत अधिक नमक का सेवन अस्वास्थ्यकर होता है। इससे उच्च रक्त-चाप, हृदय-रोग, कैंसर की संभावना बढ़ती है।

3. मैदा - इसमें फाइबर बिल्कुल नहीं होता है जो कि कब्ज की समस्या को बढ़ावा देता है। मैदा वाली चीज़ों से अपच होता है। इसमें ब्लीचिंग एजेंट्स होते हैं जिससे हार्ट प्राब्लम भी हो सकती है।

4. फास्ट फूड़ (जंक फूड़) - जंक फूड़ आजकल का बहुत लोकप्रिय फूड़ है। अधिकांश युवा पीढ़ी जंक फूड़ पर निर्भर हो रही है और यही फूड़ उन्हें कुपोषित कर रहा है क्योंकि इनमें मोनोसोड़ियम-ग्लूटामेट होता है, जिससे मोटापा तेजी से बढ़ता है। स्मरण शक्ति कम होती है, साथ ही हार्ट-प्राॅब्लम व अल्जाइमर की संभावना भी बढ़ती है।

5. कोल्ड़-ड्रिंक्स - अब जब हम जंक फूड़ खा ही रहे हैं तो साथ में कोल्ड़ ड्रिंक्स तो बनती ही है। परन्तु कोल्ड़-ड्रिंक्स में शक्कर और फोस्फोरिक-एसिड़ होता है, जिसके ज्यादा सेवन से हार्ट-प्राॅब्लम हो सकती है। साथ ही याद्दाश्त भी कमजोर होती है।

6. मशरूम - कच्चे मशरूम में कार्सिनो-जेनिक कंपाउड्स होते हैं जो कि कैंसर की संभावना को बढ़ाते हैं। इसलिए मशरूम हमेशा उबालकर ही खाना चाहिए।

7. अंकुरित आलू - सामान्यतः बहुत दिनों तक आलू रखने पर वह अंकुरित हो जाते हैं। ऐसे आलू हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायी होते हैं, क्योंकि इनमें ग्लाइको-अल्केलाॅइड्स उत्पन्न हो जाते हैं, जिसके कारण ड़ायरिया, सिर-दर्द व माइग्रेन के चांस बढ़ते हैं।

Sunita Patel Ajmera
(Dietician / Nutritionist)
Food & Nutrition Department
Kutumbh Care Imperial Hospital, Shastri Nagar, Jaipur
+91-9351145050, 7568537996
https://www.imperialhospitalindia.com 

Monday 7 October 2019

हानिकारक फूड़ काॅम्बिनेश्ंस

1. दूध के साथ फल: दूध की पाचन क्रिया अति जटिल होती है क्योंकि इसमें कैसिनौजिन नामक हाई-क्वालिटी प्रोटीन पाया जाता है, जबकि फल अपेक्षाकृत जल्दी पच जाते हैं। इसलिए दूध के साथ कोई भी फल नहीं खाना चाहिए, यहाँ तक कि फ्रूट-मिल्कशेक भी नहीं। इससे हमारा हाजमा खराब हो सकता है। दूध हमेशा विशुद्ध रूप में (किसी के साथ मिलाकर नहीं) पीने पर ही सबसे ज्यादा फायदा देता है। कुछ नाॅन-यीस्टी फूड़ जैसे काॅर्न-फ्लैक्स दूध के साथ ले सकते हैं।

2. दूध में ग्रीन-टी: ग्रीन-टी में फ्लेवोनाॅयड्स (कैटेचिन्स) पाया जाता है जो कि दिल की बिमारियों, कैंसर और स्ट्रोक की संभावना को कम करता है। लेकिन दूध के साथ ग्रीन-टी लेने पर ना तो दूध पूरा फायदा देता है और ना ही ग्रीन-टी। होता यह है कि दूध में पाए जाने वाला कैसीन प्रोटीन, ग्रीन-टी में पाए जाने वाले कैटेचिन्स की सघनता को कम कर देता है।

3. भोजन के बाद आइसक्रीम: भोजन के बाद जठराग्नि जागृत हो जाती है, जो कि भोजन को ठीक से पचाने के लिए अति-आवश्यक है। लेकिन भोजन के बाद आइसक्रीम खाने से या तो जठराग्नि जागृत नहीं हो पाती है या मंद पड़ जाती है, जिसके कारण खाना ठीक से नहीं पच पाता है।

4. फास्ट-फूड़ / स्नैक्स के साथ कोल्ड़ ड्रिंक्स: कोल्ड़-ड्रिंक्स (सोड़े वाला / कार्बोनेटेड़ ड्रिंक) अमाशय में भोजन को पचाने वाले एंजाइम्स को नष्ट करती हैं, जिससे हमारा हाजमा खराब हो जाता है। भोजन के बाद तथा फास्ट-फूड़ / स्नैक्स के साथ कोल्ड़ ड्रिंक्स पीने के कारण भोजन से प्राप्त पोषण हमारा शरीर अवशोषित नहीं कर पाता है।

5. भोजन के साथ या बाद में फल / सलादः सलाद / फल / राॅ-फूड़ में शर्करा व फाइबर्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जिन्हें पचने में ज्यादा समय नहीं लगता है। जबकि भोजन (कुक्ड़-फूड़) में फैट, प्रोटीन, स्टार्च व कार्बोहाइड्रेट आदि तत्व होते हैं, जिन्हें पचने में अपेक्षाकृत ज्यादा समय लगता है। इस कारण भोजन के साथ या भोजन के बाद कोई भी फल / फ्रूट-चाट / सलाद खाने से FERMENTATION की क्रिया के कारण राॅ-फूड़ जल्दी पचकर हमारे अमाशय में ही सड़ने लगता हैं। फलस्वरूप अपच व गैस की समस्या हो सकती है। अतः राॅ-फूड़ हमेशा खाने के आधे घंटे पूर्व / पश्चात् ही खाना चाहिए।

6. दूध के साथ मांस, अंड़ा, मछली: अंड़े, मांस, मछली आदि में उपस्थित प्रोटिन अमाशय में पचता है जबकि दूध में मौजूद कैसिनौजिन प्रोटीन ड्यूड़ेनम (छाती व पेट के बीच का स्थान) में पचता है। यही कारण है कि जब हम दूध के साथ मांस, अंड़ा आदि खाते हैं तो अमाशय से शरीर के बाकि अंगों व ऊत्तकों के लिए होने वाला स्त्राव बाधित हो जाता है, जिसके कारण पाचन में दिक्कत आती है।

Sunita Patel Ajmera
(Dietician / Nutritionist)
Food & Nutrition Department
Kutumbh Care Imperial Hospital, Shastri Nagar, Jaipur
+91-9351145050, 7568537996
https://www.imperialhospitalindia.com