प्रतिदिन जाने-अनजाने हम कुछ-ना-कुछ ऐसा खा रहे हैं जो हमारे शरीर में धीमे ज़हर के रूप में घुलता जा रहा है और किसी-न-किसी तरह से हमारे शरीर को नुकसान पहुँचा रहे हैं। धीरे-धीरे जब इस तरह के आहार की मात्रा बढ़ती है तो वह कई बीमारियों को बढ़ावा देती है, इसलिए इस तरह के आहार को कम खाएँ या बिलकुल छोड़ दें। तो आइए जानते हैं किस तरह के आहार हैं जो हमारे लिए धीमा ज़हर हैं-
1. शक्कर- आधुनिक आहार में चीनी सबसे खतरनाक घटक है जो कि पोषण तत्वों-रहित कैलोरी प्रदान करती है और लंबे समय तक इसका सेवन करते रहने से हमारे मेटाबोलिज्म को नुकसान पहुँचता है। ज्यादा शक्कर खाने से मोटापा, मधुमेह टाइप-2, थकान, माइग्रेन, अस्थमा, हृदय रोग और रिकंल्स होते हैं। अमेरिकन हृदय एसोसिएशन के अनुसार पुरूषों द्वारा एक दिन में शक्कर से ग्रहण की जा सकने वाली कैलोरी का मानक स्तर अधिकतम 150 कैलोरी और स्त्रियों के लिए 100 कैलोरी होना चाहिए।
2. नमक- नमक एक खनिज है जो सामान्य रूप से जीवन के लिए आवश्यक है और मुख्य रूप से सोड़ियम क्लोराइड़ से बना होता है। जिस प्रकार शरीर को उचित कार्य के लिए सोड़ियम की सही मात्रा की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार बहुत अधिक नमक का सेवन अस्वास्थ्यकर होता है। इससे उच्च रक्त-चाप, हृदय-रोग, कैंसर की संभावना बढ़ती है।
3. मैदा - इसमें फाइबर बिल्कुल नहीं होता है जो कि कब्ज की समस्या को बढ़ावा देता है। मैदा वाली चीज़ों से अपच होता है। इसमें ब्लीचिंग एजेंट्स होते हैं जिससे हार्ट प्राब्लम भी हो सकती है।
4. फास्ट फूड़ (जंक फूड़) - जंक फूड़ आजकल का बहुत लोकप्रिय फूड़ है। अधिकांश युवा पीढ़ी जंक फूड़ पर निर्भर हो रही है और यही फूड़ उन्हें कुपोषित कर रहा है क्योंकि इनमें मोनोसोड़ियम-ग्लूटामेट होता है, जिससे मोटापा तेजी से बढ़ता है। स्मरण शक्ति कम होती है, साथ ही हार्ट-प्राॅब्लम व अल्जाइमर की संभावना भी बढ़ती है।
5. कोल्ड़-ड्रिंक्स - अब जब हम जंक फूड़ खा ही रहे हैं तो साथ में कोल्ड़ ड्रिंक्स तो बनती ही है। परन्तु कोल्ड़-ड्रिंक्स में शक्कर और फोस्फोरिक-एसिड़ होता है, जिसके ज्यादा सेवन से हार्ट-प्राॅब्लम हो सकती है। साथ ही याद्दाश्त भी कमजोर होती है।
6. मशरूम - कच्चे मशरूम में कार्सिनो-जेनिक कंपाउड्स होते हैं जो कि कैंसर की संभावना को बढ़ाते हैं। इसलिए मशरूम हमेशा उबालकर ही खाना चाहिए।
7. अंकुरित आलू - सामान्यतः बहुत दिनों तक आलू रखने पर वह अंकुरित हो जाते हैं। ऐसे आलू हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायी होते हैं, क्योंकि इनमें ग्लाइको-अल्केलाॅइड्स उत्पन्न हो जाते हैं, जिसके कारण ड़ायरिया, सिर-दर्द व माइग्रेन के चांस बढ़ते हैं।
Sunita Patel Ajmera
(Dietician / Nutritionist)
Food & Nutrition Department
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